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ओ लेवल का फुल फॉर्म (O Level Full Form In Hindi)
आज के समय को कंप्यूटर युग कहें, तो गलत न होगा। आज इसके बिना दुनिया का चलना ही न मुमकिन लगता है। कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जिसे गणित, विज्ञान आदि के कार्यों को आसानी से किया जा सकता है। कंप्यूटर के साथ इंटरनेट के प्रयोग ने पूरी दुनिया को एक साथ जोड़ दिया है। ऐसे समय में लोगों को कंप्यूटर की बेसिक नॉलेज तो होनी ही चाहिए। कंप्यूटर की नॉलेज न होने के कारण हमें बहुत से कार्यों को करने में कठिनाई महसूस होती है, इसलिए कंप्यूटर कि नॉलेज होना बहुत आवश्यक हो जाती है। इसी कारण O लेवल का कोर्स करना आज के समय में कम्पलसरी हो जाता है, जो बेहतर करियर बनाने और स्किल्स डेवलपमेंट में बहुत उपयोगी होता है। इस ब्लॉग में हम O Level course in Hindi के बारे में विस्तार से जानेंगे।
O Level कोर्स क्या है?
O लेवल कोर्स ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी’ (NIELIT) द्वारा कंडक्ट कंप्यूटर कोर्स है। इस कोर्स की ड्यूरेशन एक वर्ष की होती है जिसे 6-6 महीने के दो सेमेस्टर में बांटा गया है। इस कोर्स को करने की स्टूडेंट्स की न्यूनतम एलिजिबिलिटी 10+2 होनी चाहिए। जिसमें उन्हें कम्प्यूटर की बेसिक नॉलेज के साथ साथ वेब डिजाइनर, यूजर इंटरफेस (UI) डिजाइनर, ऑफिस ऑटोमेशन असिस्टेंट आदि के बारे में प्रशिक्षित किया जाता हैं। आज के समय में सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में कम्प्यूटर की नॉलेज होना कम्पलसरी माना जाता है। इसलिए भी O लेवल का कोर्स करना जरुरी माना जाता है क्योंकि कई सरकारी संगठनो में नौकरी के लिए O लेवल का सर्टिफिकेट अनिवार्य रूप में मांगा जाता है। इस कोर्स को करने के बाद युवाओं को नई स्किल्स को सीखने के साथ-साथ करियर में भी बहुत से फायदे होते है।
O Level कोर्स के फायदे?
यहां O लेवल कोर्स करने के बाद युवाओं को बहुत से लाभ मिलते है, जिनके बारे में नीचे दिए गए बिंदुओं में बताया गया है:-